श्री हनुमद जयंती आ रही है – चैत्र शुक्ल पूर्णिमा (दिनांक 12 अप्रैल 2025) – श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें और भगवान श्री हनुमान का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें,
हनुमान चालीसा का पाठ करने से भय, क्लेश और नकारात्मकता दूर होती है, साथ ही यह मानसिक शांति, आत्मविश्वास और साहस प्रदान करता है.
हनुमान चालीसा के पाठ के लाभ:
भय और चिंता से मुक्ति : हनुमान चालीसा का पाठ करने से डर और चिंता दूर होती है.
नकारात्मकता से बचाव : यह घर और मन से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है.
मानसिक शांति : हनुमान चालीसा के पाठ से मन शांत और स्थिर होता है.
आत्मविश्वास और साहस: यह व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस बढ़ाता है.
रोगों से मुक्ति : हनुमान चालीसा के पाठ से रोगों और कष्टों से राहत मिलती है.
संकटों से रक्षा : यह व्यक्ति को विभिन्न प्रकार के संकटों से बचाता है.
शुभ फल की प्राप्ति : हनुमान चालीसा के पाठ से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
सकारात्मक ऊर्जा का संचार : हनुमान चालीसा का पाठ करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
हर मनोकामना की पूर्ति : हनुमान चालीसा का पाठ करने से हर मनोकामना पूरी होती है
बंधन से मुक्ति : हनुमान चालीसा के पाठ से बंधन से मुक्ति मिलती है
ग्रहों के प्रभाव से रक्षा : हनुमान चालीसा के पाठ से ग्रहों के बुरे प्रभावों से रक्षा होती है
पितृ दोष, मंगल दोष, राहु-केतु दोष से मुक्ति : हनुमान चालीसा का पाठ करने से पितृ दोष, मंगल दोष, राहु-केतु दोष दूर होते हैं
हनुमान चालीसा पाठ करने का तरीका :
समय : हनुमान चालीसा का पाठ सुबह या शाम के समय किया जा सकता है.
स्थान : हनुमान चालीसा का पाठ मंदिर में या घर में हनुमान जी की तस्वीर के सामने किया जा सकता है.
ध्यान : हनुमान चालीसा का पाठ करते समय मन को शांत और एकाग्र रखें.
श्रद्धा : हनुमान चालीसा का पाठ श्रद्धा और विश्वास के साथ करें.
नियमितता : हनुमान चालीसा का पाठ नियमित रूप से करें.
साफ-सफाई : हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें.
दीपक : हनुमान चालीसा का पाठ करते समय घी का दीपक जलाएं.
प्रसाद : हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद प्रसाद ग्रहण करें.
हनुमान चालीसा पाठ के नियम :
सुबह 4 से 5 के बीच और रात को सोने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ माना जाता है.
मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करने से विशेष लाभ मिलता है.
हनुमान चालीसा का पाठ 7, 11, या 108 बार करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले हनुमान जी की पूजा करें.
हनुमान चालीसा का पाठ करते समय किसी से बात न करें.
हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद हनुमान जी को प्रणाम करें.
श्री हनुमद जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (R) पंपक्षेत्र किष्किंधा स्वर्णहम्पी – कोप्पल विजयनगर जिला, कर्नाटक, www.kishkindha.org
